हरेली त्यौहार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंचेंगे गांव, किसान सम्मेलन भी होगा

हरेली त्यौहार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंचेंगे गांव, किसान सम्मेलन भी होगा

छत्तीसगढ़ सरकार हरेली पर्व यानी 28 जुलाई से गौमूत्र खरीदी की शुरुआत करने जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन ब्लॉक के गांव करसा से गौमूत्र खरीदी का शुभारंभ करेंगे। गांव के पशुपालक चार रुपए प्रति लीटर में गौमूत्र विक्रय कर सकेंगे। योजना के पहले चरण में प्रदेश भर की 56 गौठानों में यह खरीदी शुरू होगी।

अधिकारियों ने बताया, इस मौके पर करसा में कृषि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया है। यहां नये कृषि उपकरणों की लॉन्चिंग होगी। खेती किसानी के लिए उपयोगी कृषि प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों से खेती किसानी के बारे में बातचीत करेंगे और उनका सम्मान भी करेंगे। पाटन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है। सरकार ने पिछले साल गौमूत्र खरीदी की रणनीति पर काम करना शुरू किया था। इस साल इसकी व्यवस्था बना ली गई। अब कहा जा रहा है कि प्रत्येक जिले की दो आत्मनिर्भर गौठानों में गौमूत्र खरीदा जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली त्योहार पर ही 20 जुलाई 2020 को गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी। इस योजना के तहत सरकार गौठानों के जरिए दो रुपया प्रति किलोग्राम की दर से गोबर खरीदती है।

नये कृषि उपकरणों की होगी लॉन्चिंग

किसान सम्मेलन का खास आकर्षण नये कृषि उपकरणों की लॉन्चिंग होगी। इसमें सबसे खास है एक ऐसा ड्रोन जिसके माध्यम से फर्टिलाइजर और कीटनाशक की समुचित मात्रा में काफी कम समय में छिड़काव हो सकेगा। इसके साथ ही कृषि के लिए उपयोगी अत्याधुनिक उपकरण भी डिस्प्ले के लिए लगाए जाएंगे। कृषि सम्मेलन में विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे जिनसे किसान आधुनिक तरीके से खेती के संबंध में और खेती में आई नई तकनीक के बारे में जानकारी ले सकेंगे।

खेती किसानी पर होगी चर्चा

हरेली का त्यौहार अच्छी फसल की कामना के लिए सबसे खास त्योहार है। यह उत्सव का समय भी है और बेहतर खरीफ फसल के लिए विचारविमर्श कर योजना बनाने का भी। मुख्यमंत्री कृषक सम्मेलन में किसानों से बातचीत करेंगे। मुख्यमंत्री उनके साथ अपने अनुभव भी साझा करेंगे। साथ ही सरकार द्वारा किसानों के हित में आरंभ की गई योजनाओं की जानकारी भी देंगे।

छत्तीसगढ़ी खेलों की होगी धूम

हरेली खेती का त्यौहार है और साथ ही छत्तीसगढ़ में खेलों का सबसे बड़ा दिन। इस मौके पर छोटे बच्चे तो गेड़ी चढ़ते ही हैं बड़े बुजुर्ग भी गेड़ी चढ़ते हैं। इस दिन करसा में गेड़ी प्रतियोगिता भी होगी और इसके विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। इस मौके पर गेड़ी रेस, भौंरा, पिट्ठूल, कंचा, पतंग, गोली चम्मच, खोखो, रस्सा खींच, तिग्गा गोटी और गिल्ली डंडा जैसे खेलों का आयोजन भी किया जाएगा।


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