रायपुर : राजधानी रायपुर में एक बार फिर पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। चर्चित राहुल विश्वकर्मा आत्महत्या कांड के मुख्य आरोपी फैज अली के उरला थाना पुलिस की हिरासत से फरार हो जाने की खबर ने पूरे पुलिस प्रशासन को हिला दिया है। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया था, लेकिन रात के दौरान वह हथकड़ी खिसकाकर पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। घटना सामने आते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और शहर के सभी संभावित ठिकानों पर कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया, लेकिन देर रात तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला। इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, फैज अली को उरला थाना पुलिस ने 17 अक्टूबर की शाम को हिरासत में लिया था, ताकि उससे पूछताछ की जा सके। उसे अस्थायी रूप से थाने के लॉकअप में रखा गया था। बताया जा रहा है कि रात के समय गार्ड बदलने के दौरान वह हथकड़ी से हाथ निकालकर चकमा देते हुए फरार हो गया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने रूटीन जांच में उसे गायब पाया। घटना के बाद एसएसपी रायपुर ने उरला थाना प्रभारी सहित संबंधित पुलिसकर्मियों से जवाब-तलब किया है। फरार आरोपी की तलाश में
दरअसल, यह पूरा मामला 16 अक्टूबर को बीरगांव मठपारा निवासी 20 वर्षीय राहुल विश्वकर्मा की आत्महत्या से जुड़ा हुआ है। राहुल अपनी मोटरसाइकिल से शुक्रवारी बाजार जा रहा था, तभी रास्ते में सैफ अली की बाइक से उसकी टक्कर हो गई। मामूली दुर्घटना ने विवाद का रूप ले लिया, और सैफ अली के साथ मौजूद ताजुद्दीन खान और छोटे उर्फ शैफुद्दीन अंसारी ने राहुल से 10 से 15 हजार रुपये की मांग की। उन्होंने गाली-गलौज और मारपीट करते हुए राहुल को जान से मारने की धमकी दी और उसकी बाइक भी अपने पास रख ली।
इस पूरी घटना के बाद तनाव और मानसिक दबाव में आकर राहुल ने शाम करीब छह बजे अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया। बजरंग दल और स्थानीय नागरिकों ने थाने का घेराव कर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की थी। राहुल के परिजनों ने बताया कि वह बालाजी ट्रेडर्स में काम करता था और बेहद जिम्मेदार युवक था। परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रारंभिक शिकायत के बावजूद आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया, जिससे उन्हें मनोबल मिला और अब मुख्य आरोपी का थाने से फरार हो जाना पुलिस की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
इस बीच, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की तलाश के लिए सभी सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आसपास के थानों को भी सूचना दी गई है और फैज अली के संभावित ठिकानों की जांच जारी है। शहर में इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। नागरिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि जिन पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण आरोपी फरार हुआ है, उन पर तत्काल विभागीय कार्रवाई की जाए। फिलहाल, यह मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। एक ओर आत्महत्या कांड का दबाव, वहीं आरोपी के भागने की घटना ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि पुलिस आरोपी को कितनी जल्दी पकड़ पाती है या यह मामला भी कागजों में दबकर रह जाएगा।