बिलासपुर में बैठकर अंबिकापुर का दफ्तर चला रहे हैं साहब, व्हाट्सएप से चल रहा काम..
छत्तीसगढ़: नगर तथा ग्राम निवेश (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) अंबिकापुर का क्षेत्रीय कार्यालय इन दिनों सिर्फ कर्मचारियों के भरोसे है। यहां के प्रभारी सहायक संचालक बिलासपुर में बैठकर कार्यालय चला रहे हैं। दरअसल पूर्व सहायक संचालक (सर्वे) को एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। इसके बाद अंबिकापुर का अतिरिक्त प्रभार नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय बिलासपुर के सहायक संचालक (योजना) को दिया गया है। प्रभार लेने के 20 दिन गुजर जाने के बाद भी वे एक बार भी अंबिकापुर कार्यालय का दर्शन करने तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसे मेें लोगों का भूमि उपयोगिता का नक्शा व एनओसी पास कराने का काम नहीं हो पा रहा है। इससे लोगों में मायूसी के साथ आक्रोश भी है।
नगर तथा ग्राम निवेश क्षेत्रीय कार्यालय अंबिकापुर में पदस्थ पूर्व सहायक संचालक (सर्वे) बालकृष्ण चौहान व मानचित्रकार निलेश्वर कुमार धु्रव को 17 मई को एसीबी की टीम ने 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। शहर के मोमिनपुरा निवासी वसीम बारी से दोनों ने भूमि की उपयोगिता का एनओसी देने के बदले रिश्वत की डिमांड की थी।
इस मामले में एसीबी द्वारा दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई थी। 17 मई को ही संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश इंद्रावती भवन नवा रायपुर के संचालक ने बिलासपुर नगर तथा ग्राम निवेश के सहायक संचालक (योजना) रोहित गुप्ता को अंबिकापुर कार्यालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपते हुए तत्काल प्रभाव से कार्य करने आदेश जारी किया था।
20 दिन बाद भी नहीं पहुंचे अंबिकापुर
संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश के आदेश पर रोहित गुप्ता ने 21 मई को अंबिकापुर कार्यालय का प्रभार ले लिया था। हैरानी की बात यह है कि वे प्रभार लेने के 20 दिन बाद अंबिकापुर कार्यालय में एक बार भी नहीं आए हैं। वे बिलासपुर से बैठकर ही अंबिकापुर का दफ्तर चला रहे हैं। ऐसे में काम लेकर पहुंचने वाले लोग मायूस लौट रहे हैं।
एक-दो कर्मचारियों के भरोसे पूरा कार्यालय
संवाददाता की टीम सोमवार की दोपहर करीब 12.30 बजे जब नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय पहुंची तो सिर्फ चतुर्थ वर्ग के 2 कर्मचारी ही बैठे थे। सहायक संचालक की कुर्सी तो खाली थी। जन सूचना अधिकारी के कमरे में ताला लगा था, पता चला कि वे इन दिनों छुट्टी पर हैं। वहीं स्थापना शाखा के कर्मचारी भी नदारद थे। मौके पर मौजूद एक महिला कर्मचारी ने बताया कि साहब नहीं हैं तो काम भी नहीं हो पा रहा है।
सिर्फ ऑनलाइन काम ऑफलाइन नहीं
पत्रिका की पड़ताल में यह बात पता चली कि यहां से सिर्फ इक्के-दुक्के ऑनलाइन काम ही किए जा रहे हैं। यदि कोई दफ्तार में भूमि की उपयोगिता का अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने या नक्शा बनवाने पहुंच रहा है तो उसे लौटा दिया जा रहा है। कर्मचारियों का एक ही जवाब होता है कि साहब आए ही नहीं हैं तो काम कैसे होगा।
वर्जन
कल आऊंगा अंबिकापुर
चुनाव में ड्यूटी लगी थी, इस वजह से दफ्तर नहीं आ पाया हूं। कल ही अंबिकापुर आऊंगा। ऑनलाइन आ रहे आवेदन का काम कर रहा हूं, सिग्नेचर भी व्हाट्सएप पर भेज देता हंू। चुनाव में ड्यूटी लगी थी तो कैसे आ पाता? बिलासपुर का प्रभारी भी मैं ही हूं, यहां का भी काम
है।
रोहित गुप्ता, प्रभारी सहायक संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय अंबिकापुर