लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 01 एक लाख ईनामी सहित 02 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
दंतेवाड़ा: जिला दंतेवाड़ा में चलाये जा रहे लोन वर्राटू नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गॉव-गॉव तक किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है।
नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके मलांगेर एरिया कमेटी के प्रतिबंधित संगठन में ककाड़ी पंचायत डीएकेएमएस अध्यक्ष उमेश उर्फ भीमा हेमला कश्यप (एक लाख ईनामी),गोण्डेरास पंचायत मिलिशिया प्लाटून सदस्य जोगा मुचाकी निवासी गोण्डेरास पेरमापारा थाना फुलबगडी जिला सुकमा ने दिनांक 15 जून को डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण कियेउपरोक्त माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में सीआरपीएफ 111वीं वाहिनी, 231वीं वाहिनी, सीएएफ कैंप पोटाली, सीएएफ कैंप नहाड़ी एवं थाना अरनपुर का विशेष योगदान रहा।लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 181 ईनामी माओवादी सहित कुल 822 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।