शराब घोटाले मामले में ED कोर्ट में पेश की चार्जशीट
रायपुर : प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने बुधवार को रायपुर की विशेष अदालत में चार्जशीट पेश की। रायपुर की PMLA स्पेशल कोर्ट में शराब घोटाले मामले में ED ने 10 हजार पन्नों के साथ 200 पेज का आरोप पत्र भी पेश किया गया है। इस चार्ट शीट में रिटायर्ड IASअनिल टुटेजा कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक ढिल्लन और आबकारी विभाग में अधिकारी रह चुके ए पी त्रिपाठी को शराब घोटाले का मास्टर माइंड बताया गया है।
साथ ही इन दस्तावेजों में बताया गया है कि इन लोगों ने मिलकर सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया।चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि इन रुपयों को कुछ राजनीतिक साझेदारी के साथ बांटा भी गया। 10000 से अधिक पन्नों की चार्जशीट में कारोबारियों और अधिकारियों के बीच हुए वॉट्सऐप चैट से लेकर शराब घोटाले के सिंडिकेट के बीच कामकाज का ब्योरा भी है।
पहले सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की ECIR को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके साथ ही अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश समेत 6 आरोपियों को राहत मिली थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही इस केस में ACB-EOW की FIR को अधार बनाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने नई ECIR दर्ज की है। और ED ने अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। इस मामले पर ED नए सिरे से जांच कर रही है।
आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम
ED ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए थे। ED ने कहा है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे। ED ने उन्हें आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया था।