‘क्या हम अपनी आदिवासी बेटियों की रक्षा नहीं करेंगे’, ननों की गिरफ्तारी पर संसद में बरसे सांसद विजय बघेल और महेश कश्यप

रायपुर : दुर्ग रेलवे स्टेशन में मानव तस्करी और धर्मांतरण कर दो ननों द्वारा बस्तर की भोली भाली आदिवासी बेटियों को आगरा ले जाया जा रहा था, जिन्हें दुर्ग जिला के हमारे जागरुक नागरिकों द्वारा बचाया गया। आज संसद सत्र के शून्यकाल में इस संवेदनशील मुद्दे को सदन के पटल में सांसद विजय बघेल ने रखा।
अबूझमाड़ क्षेत्र का उदाहरण देते हुए, जहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले अबूझमाड़िया जनजाति निवास करते हैं, उन्होंने कहा कि मिशनरी गतिविधियों के नाम पर कुछ तत्व आदिवासी बेटियों को बहला-फुसलाकर दूसरे राज्यों में ले जाकर मतांतरण और तस्करी जैसे संगठित अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।
सांसद कश्यप ने नारायणपुर से संबंधित एक हालिया मामले का उल्लेख करते हुए कहा 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर अबूझमाड़ क्षेत्र की तीन आदिवासी बेटियों को लेने जबलपुर और आगरा से दो नन पहुंची थीं। एक बेटी ने रोते हुए स्टेशन पर सहायता मांगी। नागरिकों और रेलवे पुलिस की तत्परता से दोनों नन को गिरफ्तार किया गया।