आखिर कब बनेगी बाईपास ,सड़क नही होने से आम नागरिकों में आक्रोश

आखिर कब बनेगी बाईपास ,सड़क नही होने से आम नागरिकों में आक्रोश

डोंगरगढ :  बढ़ती आबादी के साथ ही शहर में हैवी ट्रैफिक का दबाव काफी बढ़ गया है। शहर के रास्ते रोजाना हजारों की संख्या में बड़ी गाड़ियां निकल रही है इधर बाईपास निर्माण की सख्त जरूरत हो गई है इसकी कवायद शुरू हो गई है लेकिन अब तक प्रशासनिक लचरता के चलते प्रपोजल भेजने के बाद भी सर्वे के ऊपर सर्वे हो रहा है लेकिन धरातल पर कोई काम नही हो रहा है और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कैमरे के सामने आने से परहेज कर रहे और विभाग बड़े हादसे का लिए इंतजार रहा है। छत्तीसगढ़ सेवा कल्याण परिषद के सदस्य जितेंद सिन्हा ने कहालोक निर्माण विभाग के ग्राम चौथना से कलकसा तक बायपास निर्माण के लिए प्रपोजल भेजा था ।प्रस्तावित बाईपास की लंबाई करीब साढे 11 किलोमीटर बताई जा रही है लेकिन पीडब्ल्यूडी से प्रपोजल को लेकर अब तक कोई जवाब नहीं आया है शहर में बढ़ते हादसे और जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बाईपास कार्य योजना तैयार की गई है लेकिन प्रशासनिक लचरता के चलते प्रपोजल की स्वीकृति ठंडे बस्ते में है।

अब तक सर्वे कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है। श्री जटाशंकर मंदिर ट्रस्ट समिति के सरंक्षक श्रेणी के सदस्य नवीन अग्रवाल ने कहा
शहर में रोजाना सड़क हादसे बढ़ रहे हैं और जाम के हालात भी हो रहे हैं हाईवे की जगह भारी वाहन शहर के रास्ते से गुजर रहे हैं इसके जाम के हालात को बनते ही हैं साथ ही हादसों का ग्राफ भी बढ़ रहा है भारी वाहन के चालक टोल बैरियर से बचने के लिए डोंगरगढ़ के रास्ते खैरागढ़ होकर कवर्धा निकल रहे हैं। शहरी सीमा से ही सड़क भारी वाहनों के लायक नहीं है इसके बावजूद रोजाना हजारों गाड़ियां धड़ल्ले से चल रही है। प्रयगिरी ट्रस्ट समिति के सह-सचिव सुनील नागदौने ने बताया इसी रास्ते एक दर्जन से ज्यादा स्कूल है जहाँ छात्र छात्राए आना जाना करते है जिससे उनके भी जाना को हमेसा खतरा बना रहता है इस सम्बंध में पूर्व विधायक विनोद खांडेकर ने कहा कि बाईपास के सम्बंद में मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री,विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह व सांसद संतोष पांडे को भी पत्र सोपे है और सम्भवतः अनपुरक बजट में शामिल हो जाएगा वही आम नागरिकों में अब तक बाईपास नही होने से आम नागरिकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है क्योंकि आये दिन हादसों का शिकार हो रहे है लोग प्रकोष्ठ के पूर्व जिला संयोजक मोनु भंडारी ने कहा छोटे छोटे बच्चे इसी रूढ़ से स्कूल आना जाना करते है खतरा हमेसा बना हु है हमेसा खतरा बना हुआ नई सरकार जल्द ही इस समस्या से निजात दिलाएगी ऐसा मेरा विश्वस है ,वरिष्ट पत्रकार रोहन सिन्हा कहते है हादसों का शहर बन चुका है डोंगरगढ बाईपास की जरूरी है।

रोजना गॉव व शहर से आना जाना करते है हमेसा खतरा बना रहता है उपर से उच्च अधिकारियों के द्वरा दिशा निर्देश तो दीया जाता है लेकिन धरातल पर कुछ नजर नही आता नगर वासियो को बाईपास की सुविधा मिलेगी मिले इस दिशा पर ईमानदारी से कार्य करने की जरूरत है सरकारें किसी की भी हो जल्द से बाईपास मिले और इस विषय राजनीतिक न हो बस बाईपास के लिए सभी एक जुट होकर दबाव बनाए ताकि बाईपास बन सके जितेंद सिह भाटिया जिला अध्यक्ष कांग्रेस सेवादल ने कहा शहर में आए दिन बड़ी गाड़ियों के शहर के बीचोबीच बेपरवाह तरीके से चलने के कारण डोंगरगढ़ शहर दुर्घटनाओं का शहर बनता जा रहा है।जिसके चलते आम जनता का सड़को पर निकलना खतरे से खाली नही रहा। मध्यप्रदेश महाराष्ट्र सीमा के सटे होने के कारण अक्सर देखा गया है कि बड़ी गाड़ियां अपना टोल टैक्स व दूरी कम करने के चलते दोनों राज्यो की ओर जाने वाली गाड़िया शहर के बीचों बीच से बेपरवाह तरीके से दिन रात निकलती है निषाद समाज युवा प्रकोस्ट के जिला अध्यक्ष दिनेश निषाद ने कहा खैरागढ़ रोड से लेकर पुराना कालेज तक आम लोगो का लगातार आना जाना बना रहता है उसी रोड से इन गाड़ियों का लगातार धूल उड़ाते शहर की परवाह किये बिना अक्सर सरपट दौड़ते देखा जा रहा है ज्ञात हो इन रोडो पर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र केंद्रीय राज्यों के विधालयों अनेको कोचीन सेंटर का संचालन हो रहा है जिनमे रोजाना स्कूली छात्र छात्राओं का आना जाना बना रहता है।पूर्वती सरकार में भी कई बार बायपास की मांग शहर की जनता द्वारा की जा चुकी है जिस पर अब तक सिर्फ आश्वासन ही प्राप्त हो पाया था परंतु जब से राज्य में भारतीय जनता पार्टी की आम जनता की हितकारी सरकार बनी है लोगो में यह उम्मीद जाग चुकी है कि अब डोंगरगढ़ में जल्द ही बायपास निर्माण हो सकेगा।


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