एम्स में अब आसान होगा दिल की बीमारी का इलाज, मरीजों को आज से मिलेगी एडवांस्ड कार्डियक कैथ लैब की सुविधा
रायपुर : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 4 अगस्त को आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव आ रहे हैं. इस दौरान वे एम्स के दूसरे एडवांस्ड कैथलैब का उद्घाटन करेंगे. इस लैब के शुरू होने से मरीजों के साथ ही डीएम कॉर्डियोलॉजी के चिकित्सा छात्रों को ट्रेनिंग में सुविधा मिलेगी. इसके अलावा मंत्री ट्रॉमा व आपातकालीन विभाग का भी अवलोकन करेंगे. एम्स के कार्यकारी निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (रिटायर्ड) ने बताया कि राज्यमंत्री के दौरे को देखते हुए समस्त तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
वे यहां दोपहर 3 बजे आएंगे. अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के अलावा वे चिकित्सा विद्यार्थियों की सुविधाओं आदि के लिए चर्चा करेंगे. श्री जिंदल ने कहा कि एम्स के हृदय रोग (कार्डियोलॉजी) विभाग में अब तक एक कैथलैब में ही मरीजों को एंजियोग्रॉफी व एंजियोप्लास्टी आदि की सुविधा मिलती थी. इमरजेंसी को छोड़ दें, तो यहां हर सप्ताह लगभग 25 से 30 एंजियो होते हैं. अब नये एडवांस्ड कैथलैब की सुविधा उपलब्ध होने से इसकी संख्या में बढ़ोत्तरी होगी. इस कैथलैब की तैयारी पिछले दो साल से चल रही थी. कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. सत्यजीत सिंह ने कहा कि इस लैब में रेडिएशन एक्सपोजर पर अच्छा काम हुआ है. इससे मरीजों के साथ ही चिकित्सकों पर भी रेडिएशन का खतरा अपेक्षाकृत कम रहेगा.
मशीन में होगी ये एडवांस्ड सुविधा
कार्डियक कैथलैब में आधुनिक कोरोनरी थ्रीडी ओसीटी के अलावा आईएफआर, एफएफआर के साथ ही थ्रीडी टाकली रिक्रिएट सॉफ्टवेयर की सुविधा भी रहेगी. एम्स में इससे पहले के कैथलेब भी आधुनिक हैं. अभी दूसरे लैब में हृदयरोग में आ रही नई चुनौतियों का सामना करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.