देवशयनी एकादशी पर किए ये 5 काम करते हैं चुंबक का काम, चौतरफा होगा धन आगमन

हिंदू धर्म शास्त्रों में एकादशी का तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन उपवास रखने और विधिपूर्वक भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को पिछले जन्म के पापों से मुक्ति मिलती है. साथ ही, जीवन से परेशानियों का नाश होता है. हर साल 24 एकादशी आती हैं और हर एकादशी का अपना अलग महत्व होता है. बता दें कि आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है.
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस साल देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को पड़ रही हैं. शास्त्रों में इसे बहुत पुण्यकारी माना गया है. इस दिन जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु 4 माह के लिए योगनिद्रा के लिए चले जाते हैं. ऐसे में इस दिन विशेष रूप से किए गए कुछ उपाय मां लक्ष्मी की कृपा दिलाते हैं.
देवशयनी एकादशी पर कर लें ये उपाय
– बिगड़े काम बनाने के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देवशयनी एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु का ध्यान करें. इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व है इसलिए संभव हो तो पीले रंग के वस्त्र पहनें. घर के मंदिर में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें. पीले रंग की खीर का भोग लगाएं. इस उपाय को करने से कामों को प्रगति मिलती है और जल्द ही सभी कार्य पूरे होते हैं.
– नौकरी की समस्या से बचने के लिए
अगर नौकरी में किसी तरह की कोई समस्या आ रही है, या फिर नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो देवशयनी एकादशी के दिन घर के पास मंदिर के शिखर पर या फिर मंदिर की छत पर पीले रंग का ध्वज फहराएं. और मां लक्ष्मी-भगवान विष्णु की आराधना करें. भगवान विष्णु को पीले पुष्प और पीले वस्त्र अर्पित करें. इतना ही नहीं, पीले रंग की मिठाई, केला और अन्य व्यंजनों का भोग लगाएं. आखिर में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. जल्द ही नौकरी से संबंधित शुभ समाचार मिलेगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसरा देवशयनी एकादशी के दिन पीले कपड़े में पीले और मीठे फल बांध लें या फिर किसी गरीब-ब्राह्मण आदि को भी दान कर सकते हैं. इससे व्यक्ति के ग्रह दोष कटटे हैं. साथ ही, घी का दीया जाएं और भगवान की आराधना करें. पीले चीज का भोगलगाएं. इससे जीवन में आ रही बाधाओं से छुटकारा मिलेगा. धन-धान्य में वृद्धि होगी.