राज्य स्तर का जाँच ठंडे बस्ते, 496 शिक्षकों से 7 करोड़ रुपये के फर्जी एरियर्स भुगतान तीन सालों से लटका फाईल

राज्य स्तर का जाँच ठंडे बस्ते, 496 शिक्षकों से 7 करोड़ रुपये के फर्जी एरियर्स भुगतान तीन सालों से लटका फाईल

जांजगीर चाम्पा जिले में 22 करोड़ रुपये का शिक्षकों को फर्जी भुगतान का मामला

जाँच अधिकारियों पर उठ रहे तरह तरह की प्रश्नवाचक

करोड़ो रुपये का अफरा तफरी एरियर्स की सवाल विधानसभा में किसी विधायक ने नही उठाया मामला जबकि राज्य सरकार की गबन राशि का मामला

अवैध एरियर्स भुगतान की राशि को शिक्षकों से राशि वसूलने में शासन प्रशासन क्यो हो रहे असफल

जांजगीर चाम्पा जिले के विकासखण्ड जैजैपुर का मामला

जांजगीर/ जिले विकास खण्ड जैजैपुर के शिक्षकों को जिला पंचायत तत्कालीन सीईओ के द्वारा बिना गणना करवाये करोड़ो रूपये सीधे शिक्षकों के बैंक खाता में भेज दिए जैसे ही कुछ शिक्षक को जो वास्तव में एरियर्स की राशि मिलना था उसे आज तक नही मिला लेकिन जिन्होंने कमीशन की लालच दलालों को भनक पड़ी तो कूद बैठे और मोटी रकम लेकर एरियर्स बाट दिए थे जिसकी शिकायत हुए दो वर्ष पूरा किये गए थे लेकिन अधिकारीयो की मजबूरी कहे या जरूरी अन्तः जाँच टीम गठित कर कार्यवाही करने में मजबूर हुए सूत्रों से जानकारी के अनुसार नियम विरुद्ध थोक के मात्र में करोड़ो रूपये की फर्जी भुगतान तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जांजगीर एवं तत्कालीन एकाउंट आफिसर की मिलीभगत से शिक्षकों के सीधे खाते में राशि भेज दिया गया था जिसकी भनक शिकायत कर्ता को पड़ी तो जिला कलेक्टर से तीन साल पूर्व शिकायत किया गया था लेकिन कथाकथित संविदा कर्मचारियो द्वारा मामला को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया था लेकिन लगातार मीडिया में आने से ज्यादा दिन मामला को दबा नही पाए जब तक तत्कालीन कलेक्टर के टीएल मीटिंग में मामला नही आया था तब तक वसूली करने के बजाय बढ़ावा दिया जा रहा था लेकिन ऐसी मामला को शासन को संज्ञान में लेकर पूरे छत्तीसगढ़ मे जिला शिक्षा अधिकारी से जानकारी मंत्रालय ने मांगा था फिर हाल जैजैपुर विकास खण्ड में किये गए भुगतान की युद्ध स्तर में जाँच चलने की चर्चा बनी हुई है जाँच की कमान अतिरिक्त संचालक जे पी रथ की अगुवाई में चल रही है यह जाँच चलते हुए भी कई माह हो चुके है लेकिन अब तक नतीजा शून्य है अब यह देखना होगा कि कब तक जाँच पूरा किया जा सकता है और शिक्षकों से वसूली किया जाएगा या किसानों की कर्ज की तरह माफ कर दिया जाता है कहा जाता है कि कानून की हाथ लंबा होती है लेकिन तक अभी तक ऐसे कोई कार्यवाही नही हुआ है जिससे क्या अंदाजा लगाया जाए समझ से परे हुए है
तत्कालीन कलेक्टर ने लगातार मीडिया में खबर प्रकाशित को देखते हुए तत्काल जाँच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने जिला शिक्षा अधिकारी को कहा गया था जैसे ही प्रस्तुत किया गया उसके कुछ दिनों बाद ही 496 शिक्षकों को एरियर्स भुगतान की वसूली के आदेश जारी कर दिया गया आदेश होते ही शिक्षकों में हड़कम मच गया तो था और कुछ लोग अवैध राशि को जमा करने मन भी बना लिया गया था और तरह तरह की बाते सामने आने लगी भी थी तो सरकार ने नए सिरे से मंत्रालय स्तर पर जाँच टीम गठित कर दिया गया और अब तक जाँच जाँच ठंडे बस्ते में चले गए है

जिला पंचायत के शिक्षा शाखा के बाबुओं का कारनामा फिर भी अधिकारी का अभयदान

आपको बता दे कि शिकायतकर्त्ता ने लगातार सूचना के अधिकार के माध्यम से किये गए भुगतान की सूची मांगते रहे लेकिन यहां की बाबुओं के कान तक मे जु तक नही रेंगी और मामला को दबाने में एड़ी चोटी एक कर दी यहां तक कि तत्कालीन सीईओ तक को गुमराह कर गई लेकिन जैजैपुर बीईओ के द्वारा गणना पत्रक दिए हुए को आज पर्यन्त तक जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती को नही दिए न ही भुगतान किए गए सूची को उपलब्ध कराया गया था जिसमे ऐसे शिक्षकों को सूची में आननफानन नाम को दे दिए है जिन शिक्षकों ने कभी एरियर्स का भुगतान नही हुआ है जिनके कारण भोला भाला शिक्षकों को मानसिक रूप से संविदा कर्मचारी परेशान कर दी है और वह शिक्षक जिला पंचायत की चक्कर भी काट रही है ऐसे जिम्मेदार संविदा कर्मचारी की शाखा क्यो नही बदल रही है या कार्यवाही क्यो नही कर रही है उसके बाद भी ऐसे संविदा कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही नही होना समझ से परे हुए है

शिक्षा शाखा के संविदा कर्मचारी पर अधिकारी मेहरबान क्यो

जिला पंचायत जांजगीर के शिक्षा शाखा में ऐसे संविदा कर्मचारी है जो मलाई जैसे विभाग का प्रभार है जिसके सामने अधिकारी तक कि नही चलती इनकी जो मन करे वही शिक्षा शाखा में होती है करोड़ो रूपये की शासकीय राशि का हेरफेर हो गया और इनके बहकावे में आकर 22 करोड़ रुपये की फर्जी भुगतान भी हो गया लेकिन आज पर्यन्त तक जाँच की विषय बनकर जाँच तीन सालों से चल रही है जो सरकार की वेतन लेकर अपना जीवन यापन चलाया जा रहा है वही सरकार पर वफादार कर्मचारी नही है ऐसे कर्मचारियों को पद से मुक्त कर देना चाहिए

सूचना के अधिकार में नही देती जानकारी

आपको बता दे कि यह एरियर्स के नाम पर करोड़ो रूपये की बंदरबांट शिक्षा शाखा जिला पंचायत के कर्मचारियों की कारनामे से हुई होगी क्योंकि इनका सूची शिक्षा शाखा में ही था लेकिन शिक्षा शाखा की एक कर्मचारी द्वारा न तो सूचना के अधिकार में जानकारी देना उचित समझी न ही जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र से सूची देना उचित नही और शिकायतकर्ता और डीईओ को गुमराह करते रही जैसे ही टी एल की मीटिंग में यह शिकायत को लिए फिर अधिकारी हरकत में आये और सीधे शिक्षा शाखा स्वयं पहुचकर तत्काल सूची को भेजने को कहा तब कही जाकर कभरींग लेटर बनवाकर जिला शिक्षा कार्यालय सूची को भेजवाये यह बड़ी विडम्बना है की संविदा कर्मचारी द्वारा अपने विभग को दो साल तक गुमराह करती रही और अधिकारी गुमराह करते रही और अधिकारी नजर अंदाज करते रहे

496 शिक्षकों से एरियर्स की राशि वसूली होने का हुआ था आदेश लेकिन तीन माह बाद भी नही हुई वसूली

यशवंत कुमार गबेल रु 254786 लाख रुपये,श्रीमती फरीदा खान रु 254786 लाख रुपये,
विलफ्रेड एक्का रु 1027528 लाख रुपये,श्रीमती प्रेमलता चन्द्रा रु 95569 हजार रुपये,
जितेंद्र कुमार जांगडे रु 254786 लाख रुपये,
श्रीमती कुमारीनबाई रु 254786 लाख रुपये,विवेकप्रताप सिंह रु 558023 लाख,सीताराम चन्द्रा रु 92726 हजार रुपये,
कमलकुमार सिदार रु 774038 लाख रुपये, भागीरथी चन्द्रा रु 115541लाख रुपये,रामकुमार चन्द्रा रु 599715 लाख रुपये एवं 63642 हजार रुपये,
अशोक कुमार तंबोली रु 192660 लाख रुपये,श्रीमती विनीता तंबोली रु 196266 लाख रुपये,जगमोहन राठिया रु 779165 लाख रुपये,खेवेन्द्र जायसवाल 214868,शिवकुमार खरसन 341533,जितेंद्र कुमार राज 719949,मनीष कुमार सिदार 620160,मधुसूदन साहू 128434,सीताराम भारते 109529,राकेश कंवर 220608,मधुसूदन साहू 128225,द्रोड कैवर्थ 197206,देवकुमार कश्यप 351804,लेख राम चन्द्रा 321966,अशोक कुमार श्रीवा 808036,लक्ष्मीनारायण डनसेना 685565,श्यामसुंदर जांगड़े 403653,सुरेश यादव 669455,किरित राम उरांव 534405,करुणा पटेल 186572,विनय कुमार रात्रे 581330,पाजंलि निषाद 105483,शिवकुमार कुर्रे 470375,श्याम कुमार साहू 580245,मनोज कुमार आदित्य 690523,हरकुमार गोंड़ 630982,अनुजा भारद्वाज 833485,पूनम नेताम 328242,ऋषिकुमार चन्द्रा 719018,हाय कुमार गोंड़ 304165,अनूप साहू 328729,गणेश राम खूंटे 1014401,दयावन्द रात्रे 368791,विजय टण्डन 349020,दिलेश्वर लहरे 636632,भूषण महिलांगे 226188,धरम दास चन्द्रा 659359,ललित 1004416,विभा बंजारे 1109685,प्रतिभा राठौर 405881,देवकुमारी चन्द्रा 546808,रीना चन्द्रा 205595 लाख रुपये सहित लगभग 496 शिक्षक शिक्षिकाओं को एरियर्स की राशि जिला पंचायत से भुगतान किया गया है सूत्रों से जानकारी अनुसार सभी अपात्र की श्रेणी में आने की संभावना जताई जा रही है बरहाल जो भी हो तीन सालों से जाँच पर जाँच चल रही है लेकिन आज पर्यन्त तक जाँच पूरा नही हुआ और न ही राज्य सरकार फिलहाल अपने राशि वसूली करवाने में सफेद हाथी साबित हो रही है

वर्जन
जाँच पूर्ण कर लिया जाएगा जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा वसूली करना है या नही यह पंचायत विभाग ही बता पाएंगे
जे पी रथ
अतिरिक्त संचालक
लोक शिक्षण संचानालय रायपुर

जांच टीम के प्रतिवेदन के आधार पर वसूली की कार्यवाही किया गया था लेकिन पुनः जाँच राज्य स्तर पर जाँच करने का आदेश हुआ था और राज्य स्तर पर जाँच चल हो रहा है उच्च स्तर की मामला है इस संबंध में फिलहाल कुछ कह नही सकता
बी एल खरे
जिला शिक्षा अधिकारी
सक्ती


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