स्टारलिंक की भारत में एंट्री :एलन मस्क की कंपनी लाएगी स्पेस से हाई-स्पीड इंटरनेट
अमेरिकी अरबपति और टेक्नोलॉजी इनोवेटर एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में जल्द ही सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मिली रिपोर्टों के अनुसार, स्टारलिंक ने भारत सरकार की डेटा सुरक्षा और स्थानीय डेटा भंडारण सेजुड़ी शर्तों को स्वीकार कर लिया है, जो कि इस सेवा के भारत में लॉन्च के लिए आवश्यक थीं। हालांकि कंपनी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि ये कदम कंपनी के लिए भारत में प्रवेश का रास्ता आसान कर सकता है।
भारतीय टेलीकॉम कंपनियों के लिए चुनौती
भारत में स्टारलिंक का प्रवेश रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, और वोडाफोन आइडिया जैसी टेलीकॉम कंपनियों के लिए एक नई चुनौती हो सकती है। इन कंपनियों का मानना है कि सैटेलाइट इंटरनेट के स्पेक्ट्रम का आवंटन नीलामी के जरिये होना चाहिए ताकि प्रतिस्पर्धा निष्पक्ष बनी रहे। दूसरी ओर, स्टारलिंक का मानना है कि सैटेलाइट सेवाओं और जमीनी नेटवर्क अलग हैं, इसलिए इसका आवंटन प्रशासनिक तरीके से होना चाहिए। सरकार भी इस पर विचार कर रही है और दिसंबर तक इस संबंध में नियम बनाए जाने की उम्मीद है।
भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था और भविष्य
भारत में सैटेलाइट सेवाओं का विस्तार देश की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा अवसर है। अनुमान है कि 2033 तक भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 44 अरब डॉलर हो सकता है, जो वर्तमान में वैश्विक स्तर पर 2% से बढ़कर 8% तक हो सकता है।
नए नियमों की घोषणा जल्द
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) सैटेलाइट सेवाओं के स्पेक्ट्रम आवंटन और मूल्य निर्धारण पर 15 दिसंबर तक नियम बनाने की प्रक्रिया में है। इन नियमों के जारी होने के बाद स्टारलिंक समेत अन्य सैटेलाइट इंटरनेट प्रदाताओं के लिए भारत में संचालन का रास्ता साफ हो जाएगा।