एसपी ने शराब तस्कर कांस्टेबल को किया बर्खास्त

बिलासपुर : बिलासपुर जिले में एसपी ने सरकंडा थाने में पदस्थ कांस्टेबल नीलकमल सिंह राजपूत को बर्खास्त कर दिया है। बीते दिनों मोपका में कार से भारी मात्रा में शराब पकड़ी गई थी। जिसमें कांस्टेबल की वर्दी, बैंक पास बुक, चेक और परिचय पत्र मिला। एक महीने में आपराधिक संलिप्तता के चलते पुलिस सेवा से बर्खास्त होने वाला यह दूसरा आरक्षक है।
दरअसल, पुलिस सहायता केन्द्र प्रभारी ने मोपका चौक पर एक कार में भारी मात्रा में अवैध शराब परिवहन करते पकड़ा था। इस मामले में आरोपी नवीन बोले उर्फ भज्जी और बलराम यादव के कब्जे से 5 बोरियों में 480 पाव देशी मदिरा कुल 86.400 लीटर अवैध शराब और परिवहन में इस्तेमाल कार जब्त किया था।
इसके बाद पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने आरक्षक नीलकमल राजपूत की आपराधिक संलिप्तता पर उसे तत्काल निलंबित कर नगर पुलिस अधीक्षक सरकंडा को जांच के निर्देश दिए। अब सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
वर्दी की आड़ में शराब तस्करी करता रहा
जांच के दौरान आरोपियों ने बताया कि, उस शराब को कांस्टेबल नीलकमल राजपूत ने 45 हजार रुपए देकर मंगवाया था। आरक्षक के द्वारा पुलिस की पहचान रखकर पुलिस की नौकरी की आड़ में भारी मात्रा में अवैध शराब की तस्करी करने जैसी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता उजागर हुई। पुलिस आरक्षक के द्वारा पद का दुरूपयोग करते हुए इस तरह का आपराधिक कृत्य करना साबित पाया गया।
शराब पकड़े जाने के बाद कांस्टेबल भागा
घटना की रात अवैध शराब पकड़े जाने पर आरक्षक नीलकमल राजपूत ड्यूटी से बिना किसी प्रकार की सूचना दिए भाग गया। इससे आरक्षक की आपराधिक संलिप्तता को बल मिलता है। जांच में यह माना गया कि आरक्षक अपने पद का दुरूपयोग करते हुए दोबारा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति कर सकता है।
पुलिस कर्मियों की आपराधिक सं लिप्तता क्षम्य नहीं- एसपी
एसपी रजनेश सिंह ने महकमे को निर्देश दिए हैं कि पुलिस विभाग का मुख्य कार्य अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण रखकर आमजन को भय मुक्त वातावरण प्रदान करते हुए शांति और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना है। लेकिन पुलिसकर्मियों की इस तरह की आपराधिक गतिविधियां क्षम्य नहीं हैं। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।