गरियाबंद जिला के समाज सेवक व आम लोगों ने पेश किया एक अलग मिसाल
गरियाबंद : गर्मियों का सीजन इस वर्ष अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच चुका है जहां गरियाबंद जिला जैसे वनांचल क्षेत्र में भी पर 45 डिग्री को पार करता नजर आ रहा है। ऐसे में आम जनजीवन तप्ती धूप में त्रस्त नजर आता है यही हाल कमोबेश समाज की हर तपके का है।
जहां एक ओर ग्रीष्मकल को देखते हुए जिले के तमाम स्कूलों कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। वही क्षेत्र के आंगनबाड़ी के नवनिहालों को 300 दीन के पौष्टिक आहार व अनौपचारिक शिक्षा देने के उद्देश्य से आंगनबाडियों का संचालन आवश्यक हो जाता है लेकिन इस गर्मी के चलते पलक गण अपने बच्चों को आंगनबाड़ी बेचने से कहीं ना कहीं से कुछ आते नजर आते हैं यही कारण है कि आम दिनों की अपेक्षा आंगनवाड़ी में बच्चों की संख्या कुछ कमी नजर आ रही थी इन सभी समस्याओं को देखते हुए गरियाबंद जिला कलेक्टर के द्वारा आम जनों को यह अपील किया गया था कि वह बच्चों को गर्मी से बचाने व उनके संख्या को पूर्वानुरुप रखने के लिए नवीन कुलर खरीदारी में अपना सहयोग दें इस पर जिला के जागरूक लोग आगे आए और अपने सामुहिक प्रयास से उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग को 20 कूलर प्रदाय किया गया है।
जिन्हें कलेक्टोरेट परिसर में कलेक्टर साहब के उपस्थित में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंपा गया। इस दौरान जिला कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राप्त कूलरों का व्यवस्थित रख-रखाव करते हुए, सुरक्षित रूप से उपयोग करने के निर्देश दिये। यह कूलर फिंगेश्वर, छुरा तथा गरियाबंद के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रदाय किया गया है। उक्त कूलर उन्ही आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्रदान किया गया है, जहाँ पूर्व से विद्युत कनेक्शन उपलब्ध है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि आंगनबाड़ी की सेवाएं वर्ष में 300 दिवस अनिवार्य रूप से देना होता है। जिसके फलस्वरूप भीषण गर्मी में भी आंगनबाड़ी केन्द्रों को शासन के द्वारा बंद नही किया जाता है। अत्यधिक गर्मी के कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति प्रभावित होती है तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा स्कूल पूर्व अनौपचारिक शिक्षा देने में काफी कठिनाई होती है। कलेक्टर श्री अग्रवाल के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया था। इस दौरान गर्मी को देखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए जनसहयोग से कूलर प्रदाय करने की अपील की थी। इसी तारतम्य में जन सहयोग से 20 कूलर आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए प्राप्त हुए। प्राप्त कूलरों में से फिंगेश्वर को 08, छुरा को 08 एवं गरियाबंद को 04 नग कूलर प्रदाय किया गया।