भारत समर्थक पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी-सना अमजद को सेना ने दी फांसी? आ गया सच सामने, जानिए किसने किया बड़ा दावा
पाकिस्तान के फेमस यूट्यूबर शोएब चौधरी और सना अमजद के दो हफ्तों से लापता होने की खबरों ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है. दोनों यूट्यूबर भारत की तारीफ करने वाले वीडियो के लिए मशहूर थे और उनके चैनल्स को लाखों की संख्या में व्यूज मिलते थे. हाल ही में, लाहौर में पाकिस्तानी यूट्यूबरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है, जिसके बाद से वे लापता हैं.
शोएब चौधरी और सना अमजद अपने चैनल्स पर भारत की तारीफ करते थे और इससे जुड़ी खबरों पर वीडियो बनाते थे. सना अमजद के चैनल से ‘मोदी साडा शेर है’ शीर्षक वाला वीडियो, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर यात्रा का जिक्र था, हटा दिया गया है. इस वीडियो के हटने के बाद से अटकलों का बाजार गर्म है और कई लोग सोशल मीडिया पर दावा कर रहे हैं कि उन्हें पाकिस्तानी सेना ने फांसी दे दी है.
आरजू काजमी का बयान
पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने इन दावों को फर्जी करार दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने यूट्यूबरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है लेकिन फांसी की खबरें गलत हैं. उन्होंने खुद भी इस्लामाबाद में रहने के कारण FIA के लाहौर कार्यालय में उपस्थित नहीं हो पाई थीं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार उन्हें रॉ या ISI का एजेंट करार देती है, लेकिन वे सच बोलने से पीछे नहीं हटेंगी.
यूट्यूबरों की सलामती की अपील
दुनियाभर के लोग शोएब चौधरी और सना अमजद की सलामती के लिए अपील कर रहे हैं. कई विश्लेषकों का मानना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य अन्य यूट्यूबरों को सतर्क करना है ताकि वे देश के जमीनी हालात पर टिप्पणी न करें. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इन यूट्यूबरों ने भारत से अधिक पैसे कमाने के लिए भारत की तारीफ वाले वीडियो बनाए थे.
पाकिस्तानी यूट्यूबर समुदाय में भय का माहौल
शोएब चौधरी और सना अमजद के लापता होने की खबर ने पाकिस्तानी यूट्यूबर समुदाय में भय का माहौल पैदा कर दिया है. उनकी सलामती के लिए की जा रही अपीलें और पाकिस्तानी सरकार की ओर से की गई कार्रवाई के बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगे क्या होता है. इस मामले ने यूट्यूब और सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर नई बहस छेड़ दी है.