रायपुर में पहली बार आ सकते हैं मिलिट्री टैंक्स, CM साय बोले- सेना में जाने की प्रेरणा मिलेगी
रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इंडियन आर्मी एक अनूठा कैंप लगाने जा रही है। छत्तीसगढ़ के यूथ को इंडियन आर्मी के मॉडर्न हथियार देखने को मिलेंगे। आर्मी कैसे देश की रक्षा में काम करती है यह जाने का मौका मिलेगा । भारतीय सेना इसकी तैयारियों में जुटी हुई है, शुक्रवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस आयोजन को लेकर घोषणा की है।
सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लिखा-मुझे घोषणा करते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि राज्य सरकार की पहल पर अक्टूबर माह में भारतीय सेना राजधानी रायपुर में पहली बार अपने हथियारों एवं सैनिक कौशल की प्रस्तुति करने जा रही है। इस प्रर्दशनी में सेना के जवान सैन्य हथियार और सैन्य समान को प्रदर्शित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे जानकारी दी कि इस प्रकार की सैन्य प्रस्तुति छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित की जाएगी। हमारे प्रदेश के युवाओं को सेना के बारे में जानने और उनके सैन्य कौशल को देखने समझने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा, साथ ही राष्ट्रभक्ति व सैन्य सेवा में जाने की प्रेरणा मिलेगी।
पहली बार आ सकते हैं टैंक
यह पहला मौका होगा जब मिलिट्री में मौजूदा समय में इस्तेमाल किए जा रहे टैंक और डिफेंस सिस्टम को आम लोग देख पाएंगे। इसका प्रयास सेना के अधिकारी कर रहे हैं। रायपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज चौक के पास इंडिया-पाकिस्तान वॉर में इस्तेमाल किए गए रिटायर टैंक को स्मारक के रुप में रखा गया है। इससे पहले रायपुर के साइंस कॉलेज और पुलिस परेड ग्राउंड में सेना की प्रदर्शनी में सिर्फ स्मॉल आर्म यानी की छोटी बंदूकें और पिस्टल लोगों को देखने को मिले थे।
ये आयोजन अक्टूबर के पहले सप्ताह में नया रायपुर में आयोजित किया जा सकता है। भारतीय सेना से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पैदल सेना यानी इन्फेंट्री, पैरा कमांडो टीम में इस्तेमाल किए जाने वाले वेपन और इक्विपमेंट छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट को देखने को मिलें इसके प्रयास किए जा रहे हैं। यहां भारतीय सेना ज्वाइन करने के बारे में भी जानकारी दी जा सकती है।
राज्यपाल से मिले आर्मी-एयर फोर्स ऑफीसर्स
स्वतंत्रता दिवस की ठीक दूसरे दिन शुक्रवार को राज्यपाल रामेन डेका से सौजन्य मुलाकात करने इंडियन आर्मी, एयरफोर्स, सीआरपीएफ एनसीसी के अधिकारी मिलने पहुंचे।