साल की सबसे बड़ी एकादशी के दिन जरूर करें ये काम, भगवान विष्णु की कृपा से जीवन में आएंगी खुशियां और संपन्नता
आज ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि एकादशी और मंगलवार का दिन है। एकादशी तिथि आज सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर समाप्त हो चुकी है, फिलहाल द्वादशी तिथि चल रही है। लेकिन उदया तिथि एकादशी होने की वजह से ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी आज ही मनाई जाएगी। लिहाजा आज निर्जला एकादशी का व्रत किया जायेगा। इसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक महीने में दो एकादशियां होती हैं, एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष में आती है। प्रत्येक एकादशी में भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखने और उनकी पूजा करने का विधान है। बता दें कि एकादशी का व्रत रखने से श्री हरि अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
सभी एकादशियों में ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की इस निर्जला एकादशी का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। निर्जला एकादशी में निर्जल यानि बिना पानी पिए व्रत करने का विधान है। कहते हैं जो व्यक्ति साल की सभी एकादशियों पर व्रत नहीं कर सकता, वो इस एकादशी के दिन व्रत करके बाकी एकादशियों का लाभ भी उठा सकता है। निर्जला एकादशी के दिन श्री विष्णु की पूजा करने और कुछ विशेष उपाय करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि निर्जला एकादशी के दिन कौनसे उपायों को करना चाहिए।
1. अगर आप अपने पारिवारिक जीवन में खुशहाली लाना चाहते हैं तो उसके लिए आज के दिन पीले ताजा फूलों की माला बनाकर भगवान विष्णु के मंदिर में चढ़ाएं और साथ ही भगवान को चंदन का तिलक भी लगाएं।
2. अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को बेहतर और मजबूत बनाना चाहते हैं तो आज के दिन भगवान श्री विष्णु की विधि पूर्वक पूजा करें फिर उसके बाद श्री विष्णु गायंत्री मंत्र का जप करें। श्री विष्णु गायंत्री मंत्र इस प्रकार है – ‘ऊँ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।’
3. अगर आप आर्थिक रूप से अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं तो आज के दिन तुलसी के पौधे में दूध अर्पित करें और तुलसी के आगे दोनों हाथ जोड़कर आशीर्वाद लें।
4. अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसे अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं तो आज के दिन पीले रंग के कपड़े पर चमकीला गोटा लगाकर उस पर थोड़ी-सी खुशबू लगाकर श्री विष्णु मंदिर में चढ़ाएं और भगवान के चरणों को छूकर प्रणाम करें।
5. अगर आपकी कोई विशेष इच्छा है जिसे आप जल्द से जल्द पूरी करना चाहते हैं तो आज के दिन एक चन्दन की खूशबू वाली धूपबत्ती का पैकेट लीजिये। अब उस पैकेट में से एक धूपबत्ती निकालकर भगवान विष्णु के मंदिर में जलाएं और बाकी बचे पैकेट को वहीं मंदिर में छोड़ आएं।
6. अगर आप अपने जीवन में उन्नति पाना चाहते हैं तो आज के दिन अपने स्नान के पानी में थोड़ा-सा गंगाजल मिलाएं और उस पानी से स्नान करें। इसके बाद कोई साफ-सुथरा पीले रंग का कपड़ा पहनें। अगर आपके पास पीले रंग का कपड़ा ना हो तो कोई पीले रंग का रूमाल या अन्य कोई पीले रंग का छोटा-सा कपड़ा लेकर आज पूरा दिन अपने पास रखें।
7. अगर आपके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता है और आप उसके चलते थोड़े परेशान रहते हैं तो आज के दिन थोड़ा-सा केसर लेकर पहले भगवान श्री विष्णु को तिलक लगाएं फिर ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ बोलते हुए अपने बच्चे को केसर का तिलक लगाएं।
8. अगर आप अपने करियर की बेहतरी चाहते हैं और अपने आपको एक ऊंचे मुकाम तक पहुंचाना चाहते हैं तो आज के दिन भगवान विष्णु को माखन मिश्री का भोग लगाएं और श्री विष्णु की मूर्ति या तस्वीर के आगे बैठकर श्री हरि श्री हरि का नाम 108 बार जप करें।
9. अगर आप अपने बिजनेस में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज के दिन किसी ब्राहमण को आदर सहित घर पर आमंत्रित करें और उन्हें अच्छे से भोजन कराएं। साथ ही अपनी इच्छा नुसार कुछ दक्षिणा भी दें। अगर ब्राहमण भोजन के लिए स्वयं घर पर न आ सके तो एक थाली में भोजन निकालकर अगर वो स्वीकार कर लें तो उनके घर दे आएं और वहीँ पर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें और उन्हें कुछ दक्षिणा भी दें।
10. अगर आप अपने दांपत्य जीवन में खुशहाली और मधुरता लाना चाहते हैं तो आज के दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान विष्णु की विधि-पूर्वक पूजा करें। उसके बाद केले के वृक्ष की जड़ में पानी डालें और अपने सुखी दांपत्य जीवन के लिए कुछ देर शांत मन से केले के वृक्ष में भगवान का ध्यान करें।
11. अगर आप अपने से ज्यादा दूसरे व्यक्ति पर जल्दी विश्वास कर लेते हैं और उनके बहकावे में आकर अपना ही काम बिगड़ लेते हैं तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए आज के दिन तुलसी के पौधे में जल डालें और दोनों हाथों को जोड़कर भगवान का ध्यान करते हुए आशीर्वाद लें।
12. अगर लवमेट के साथ अपने प्यार के रिश्ते को आप शादी में बदलना चाहते हैं तो आज के दिन दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर रख दें। फिर पूजा समाप्त होने के बाद भगवान विष्णु के चरणों का आशीर्वाद लेकर शंख में रखे गंगाजल को प्रसाद के रूप में स्वयं ग्रहण कर लें और संभव हो तो अपने लवमेट को भी थोड़ा-सा गंगाजल प्रसाद के रूप में दें।