बिजनेस को मिलेगी नई उड़ान, धनतेरस को इन दिशाओं में जलाएं इतने दीपक, मिलेगा खूब धन-सम्मान
हिंदू धर्म में धनतेरस पूजा का विशेष महत्व है। कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को यह पर्व पूरे देशभर में मनाया जाता है। दीपावली की शुरुआत धनतेरस के दिन से हो जाती है और यह त्योहार पूरे पांच दिनों तक चलता है। धनतेरस का दिन बहुत ही शुभ एवं फलदाई होता है।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए भगवान धन्वंतरि की पूजा धनतेरस के दिन करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही इस दिन माता लक्ष्मी और धन की देवता कुबेर की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए।
ऐसे में आइए जानते हैं धनतेरस के दिन कितने दीये जलाने चाहिए और क्या है इस दिन का महत्व-
धनतेरस के दिन एक नहीं, 12 दीये जलाएं
ज्योतिषयों के अनुसार, धनतेरस के दिन एक प्रदोष काल में यम के नाम से घर के दक्षिण दिशा में दीया अवश्य जलाना चाहिए। लेकिन,बता दें इसके साथ ही और भी बारह दीये अवश्य जलाएं। यानी धनतेरस के दिन कुल 13 दीये घर और उसके आसपास जलाने चाहिए।
लेकिन, एक बात का ध्यान रहे कि यम दीया चतुर्मुखी होना चाहिए और बत्ती लाल रंग की ही हो। इसके साथ ही इसमें सरसों का तेल अवश्य डालें। वहीं, अन्य दीए घी से भी जला सकते हैं। कहते है,ऐसा करने से अकाल मृत्यु का तो संकट दूर होता हैं।साथ ही साथ घर में सुख समृद्धि और धन वैभव की भी वृद्धि होती हैं।
व्यापारियों के लिए कुबेर बीज-मंत्र का जाप करना बड़ा शुभ
कहते है इस दिन प्रदोष काल यानी शाम में दीप जलाकर कुबेर बीज मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुबेराय नम:’ या फिर भगवान कुबेर का अमोघ मंत्र ‘ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥’ का जाप एकांत जगह या जहां आप व्यापार करते हैं वहां करें। इस उपाय को करने से जातक का व्यापार चल पड़ेगा। व्यापार में मुनाफा ही मुनाफा होगा। धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।