शराब पिलाकर दो एकड़ की जगह रजिस्ट्री करा ली दो हेक्टेयर जमीन
पत्थलगांव : ग्राम ससकोबा में जमीनों की हेरा फेरी का बड़ा मामला सामने आया है। ससकोबा निवासी दो महिलाओं ने आरोप लगाया है कि दलालों ने परिवार के सदस्य को धोखे से शराब पिलाकर उनसे दो एकड़ का सौदा किया और रजिस्ट्री कराते समय दो एकड़ की बजाए दो हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री करा ली। वहीं सौदे की जमीन की बजाए दूसरे जगह की जमीन हथिया ली जो अधिक कीमती थीं। उन्होंने पटवारी पर भी उसकी पत्नी के नाम धोखे से जमीन की रजिस्ट्री करा लेने का आरोप लगाया है।
धर्मजयगढ़ विकासखंड के ग्राम ससकोबा निवासी दो महिलाओं सनकुंवर राठिया और फूलमेत ने अपनी पैतृक भूमि को दलालों द्वारा धोखाधड़ी कर हथिया लेने का आरोप लगाते हुए एसडीएम धर्मजयगढ़ से शिकायत की है। दोनों महिलाएं एक ही परिवार की सदस्य हैं और इनमें से सनकुंवर के पति की मृत्यु हो चुकी है। महिलाओं का आरोप है कि दलालों ने उनके परिवार के सदस्य को शराब पिलाकर दो एकड़ जमीन का सौदा किया था परंतु रजिस्ट्री कराते समय दो एकड़ की बजाए दो हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री करा ली वहीं सौदे की जमीन की बजाए दूसरी जमीन की रजिस्ट्री कराई गई जो कि सौदे की जमीन से अधिक कीमती थी।
शिकायत में महिलाओं का कहना है कि पहनं 24 ग्राम ससकोबा तहसील धर्मजयगढ़ जिला रायगढ़ में खसरा नं 883/1 उनकी पैतृक भूमि है। उक्त भूमि के मूल रकबा में से खसरा नं 883/2 रकबा 1.943 हे. भूमि वर्तमान में नीलकंठ पिता मनोहर जाति कंवर और अजरस तिग्गा पिता सुदर्शन तिग्गा जाति उरांव के नाम पर आनलाइन दिखा रहा है जबकि उक्त में से किसी को भी वे नहीं जानते हैं। उनका कहना है कि उनके परिवार के सदस्य धोबीराम को शराब पिलाकर ग्राम चरखापारा निवासी एक दलाल के द्वारा उसके साथ 2 एकड़ जमीन का सौदा किया गया था जिसके एवज में दलाल के द्वारा एक ट्रैक्टर खरीदकर देने की बात कही गई थी।
उनका कहना है कि भूमि के सौदे के बारे में धोबीराम को दोनों के द्वारा बताया गया था परंतु सौदे की भूमि उक्त भूमि के अलावा दूसरी जमीन थी। परंतु रजिस्ट्री कराते समय दलाल के द्वारा सौदे की भूमि के बजाए उक्त भूमि को रजिस्ट्री करा लिया गया और 2 एकड़ के बजाए लगभग दो हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री करा ली गई। दो एकड़ भूमि के स्थान पर दो हेक्टेयर (पांच एकड़) जमीन का रजिस्ट्री करा लेने के बावजूद दलाल के द्वारा उन्हें केवल एक ट्रैक्टर और एक लाख रूपये दिया गया है। जबकि एक ट्रैक्टर के बदले दो एकड़ भूमि का सौदा हुआ था 2 हेक्टेयर का नहीं। उनका कहना है कि ट्रैक्टर का भी पूरा मूल्य चुकाया गया है या नहीं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। महिलाओं का कहना है कि गांव के लोगों से इस बात का पता चलने पर उन्होंने आनलाइन चेक कराया तो इस बात का पता चला।
पटवारी की पत्नी के नाम पर भी जमीन
शिकायत में महिलाओं का कहना है कि आनलाइन चेक करवाने पर उन्हें इस बात का भी पता चला कि उक्त भूमि में से खसरा नं 883/3 रकबा 0.040 हे भूमि संध्या पैंकरा पति देवदत्त सिंह के नाम पर दर्ज है। जबकि वे न तो संध्या पैंकरा को जानते हैं और न ही उन्होंने कभी भी उन्हें जमीन बेची है। महिलाओं के मुताबिक संध्या पैंकरा के पति देवदत्त सिंह उनके गांव के पटवारी हैं और उनके नाम पर उनकी पैतृक जमीन कब और कैसे चढ़ गई इसकी उन्हें बिल्कुल भी जानकारी नहीं है।