आरंग मॉब लिंचिंग में गिरफ्तारी के बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने किया कोतवाली थाने का घेराव
रायपुर : छत्तीसगढ़ मॉब लिंचिंग केस में पुलिस ने BJYM नेता सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद बजरंग दल भड़क गया है। बजरंगियों ने साधु-संतों के साथ बुधवार को जेल भरो आंदोलन के लिए रायपुर में सिटी कोतवाली का घेराव कर दिया। थाने के बाहर ही प्रदर्शन के साथ कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने ढोलक और मंजीरे बजाकर भजन कीर्तन किया।
चित्रकूट से राजीव लोचन महाराज, सर्वेश्वर दास महाराज और आचार्य वेद प्रकाश समेत करीब 5 हजार बजरंग दल कार्यकर्ता गिरफ्तारी देने पहुंचे हैं। थाने के बाहर ही हंगामा जारी है। आंदोलन के दौरान बड़ा बवाल न हो इसलिए पुलिस भी एहतियात बरत रही है। रायपुर शहर के 4 ASP, 10 CSP, DSP और 15 से 20 थाना प्रभारी मौके पर मौजूद हैं।
प्रदर्शन के दौरान संतों ने कहा कि, अभी हजार आए हैं और 10 हजार पीछे खड़े हैं। पुलिस अगर चारों गौ-रक्षकों को नहीं छोड़ेगी तो 10 लाख हिंदू यहां आएंगे। इसके बाद 10 करोड़, फिर 100 करोड़ लोग आएंगे। जिन गौ-रक्षकों ने गाय की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, उन्हें गलत धारा लगाकर पकड़ा गया है।
उन्हें ऐसे गिरफ्तार किया गया, जैसे आतंकवादी को पकड़ा गया हो। डायल-112 के सामने सहारनपुर के तस्कर नदी में कूद गए। उन्हें पता नहीं था कि पुल में पानी है या नहीं। राम, सनातन और गाय का विरोध होता है, उनके लिए समुद्र सूख गई। उनके लिए महानदी सूख गई हम क्या करें।
BJYM नेता समेत 4 गिरफ्तार
दरअसल, मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस दो और आरोपियों को मंगलवार रात को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी महासमुंद निवासी नवीन सिंह ठाकुर और मयंक शर्मा है। नवीन ड्राइवर और मयंक ट्रांसपोर्टर है। वहीं आरोपी राजा अग्रवाल भारतीय जनता युवा मोर्चा का नेता है।
आरोपी राजा महासमुंद के BJYM का प्रचार प्रसार प्रमुख है। उसने अपने सोशल मीडिया पर महासमुंद से BJP विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा के साथ फोटो भी शेयर किया है।
बजरंग दल ने कहा- खुद ही डरकर नीचे कूदे
बजरंग दल के जिला संयोजक रवि वाधवानी ने कहा कि, आरंग में गौ-तस्करों की गाड़ी को गौ-रक्षकों ने पीछा कर पकड़वाने की कोशिश की। इस दौरान ट्रक में सवार तस्कर नशे की हालत में थे। पकड़े जाने के डर से वो खुद ही महानदी ब्रिज से नीचे कूद गए। उनमें से दो लोगों की मौत पुलिस के आने के बाद हुई है। वहीं, घायलों को एम्बुलेंस तक पहुंचाने में गौ-रक्षकों ने ही मदद भी की है।