हड़ताल कर रहे अधिकारी कर्मचारीयों के समर्थन देने मालखरौदा पहुंचे संयोगिता सिंह जूदेव
मालखरौदा । 25 जुलाई से समस्त अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा सामूहिक हड़ताल कलम बंद काम बंद प्रारंभ हो चुका है । जैसा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2008 विधानसभा चुनाव के पूर्व छत्तीसगढ़ के आम जनताओं-अधिकारियों-कर्मचारियों को लोकलुभावन वादे करके पूर्ण नहीं होने पर छत्तीसगढ़ के समस्त अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन द्वारा सामूहिक हड़ताल पर बैठ गए हैं । शासकीय कार्यालयों-स्कूलों-महाविद्यालयों सभी जगह ताला लटका हुआ है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन तहसील इकाई मालखरौदा आंदोलन तहसील स्तरीय धरना, रैली प्रदर्शन हड़ताल में बैठे कर्मचारियों-अधिकारियों के समर्थन में आज हड़ताल के तीसरे दिन विधानसभा की भाजपा नेत्री, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति विशेष आमंत्रित सदस्य श्रीमती संयोगिता युद्धवीर सिंह जूदेव पहुंची । जहां उन्होंने आंदोलनरत अधिकारियों कर्मचारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुईं ।
इस संबंध में श्रीमती जूदेव ने आंदोलनरत अधिकारियों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की रीति-नीतियां कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है ।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व छत्तीसगढ़ वासियों से छलावा करके अपनी बहुमत लाकर सरकार बनाई । जिसके बाद किए गए वादों को भूल गए । ऐसा छत्तीसगढ़ में पहली बार हुआ है कि समस्त अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन एक साथ कलम बंद काम बंद किए हैं । जिससे आम जनता, किसान, स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे पूर्ण रूप से प्रभावित हैं ।
इस समस्या को सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए श्रीमती संयोगिता युद्धवीर सिंह जूदेव ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम राज्य के कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा प्रदान करने पत्र भी लिखे हैं । श्रीमती जूदेव ने कहा है कि 25 जुलाई से छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारियों ने 5 दिनों के हड़ताल की घोषणा कर हड़ताल पर है । जिसके कारण छत्तीसगढ़ के आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । आम जनता शासकीय कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं तो कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण उन्हें मायूस होकर घर वापस लौटना पड़ रहा है ।
छत्तीसगढ़ को “धान का कटोरा” कहा जाता है । वर्तमान समय में किसान अपनी खेती किसानी कार्य में काफी व्यस्त हैं । समय निकालकर अपनी जरूरी कार्यों के लिए शासकीय कार्यालय पहुंच रहे हैं । जहां कार्य नहीं होने के कारण आज छत्तीसगढ़ की किसान काफी परेशान है । स्कूलों में शिक्षकों के हड़ताल के कारण छात्र छात्राओं को पढ़ाई प्रभावित है । वही हाल स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों का है शासकीय कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से छत्तीसगढ़ राजस्व को हानि है
शासकीय कर्मचारियों द्वारा कहा जा रहा है कि विधायकों के वेतन बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के पास धन का कोई अभाव नहीं है । परंतु हमारे महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा बढ़ाने में राज्य सरकार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है । छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारियों की मांग है कि केंद्र सरकार और कर्मचारियों को 34% महंगाई भत्ता प्रदान कर रही है, जबकि राज्य सरकार के कर्मचारियों को मात्र 22% महंगाई भत्ता प्रदान किया जा रहा है । उन्हें केंद्र के समान महंगाई भत्ता तथा सातवां वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता प्रदान किया जाए महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता कम मिलने के कारण उन्हें प्रतिमाह काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है ।
श्रीमती जूदेव ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारियों को केंद्र के समान छग में महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा प्रदान किए जाने की मांग का समर्थन करती हूं । यह मांग उनके हक एवं अधिकार की मांग है जोकि जायज है । छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारियों अधिकारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता प्रदान करने आवश्यक कार्यवाही हेतु चंद्रपुर विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी की नेत्री श्रीमती संयोगिता सिंह जूदेव ने राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर मांग किए हैं । धरना स्थल पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता गण विभिन्न विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं आमजन भारी संख्या में उपस्थित रहे ।