जानकारी के अनुसार नयन राठिया पिता बंधन सिंह राठिया उम्र 2 वर्ष निवासी ग्राम अगासमार खरसिया अपनी मां के साथ बिस्तर पर सो रहा था। इस दौरान रात्रि करीब 2 बजे घर के छप्पर से जहरीला करैत सांप बिस्तर पर गिर गया और नयन के कान में काट लिया। जब सांप मीना राठिया के हाथ पर चढ़ा तब उसने झटका देकर फेंक दिया। और अपने पति को उठाकर बताया तब पूरे परिवार के लोग एकत्रित होकर सांप को बाहर निकाल कर मार दिए।
उसके बाद नयन राठिया के कान से खून निकलता देख सांप के काटने की आशंका पर खरसिया अस्पताल ले गए जहां से मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 3 दिन तक इलाज चला और इलाज के दौरान मंगलवार की रात नयन राठिया को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के कारण उनके मासूम बेटे की मौत हो गई। लखीराम अग्रवाल स्मृति मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों की कमी और स्टाफ की लापरवाही से प्रतिदिन मरीजों की मौत हो रही है। बीते जुलाई माह में 33 और अगस्त महीने में अब तक 11 मरीजों की मौत का आंकड़ा सामने आया है।