सीईओ के नापसंद पंचायत सचिव जनपद जैजैपुर में अटैच
सचिव रहते हुए भी एक ही सचिव को तीन बड़े ग्राम पंचायत का प्रभार
जनपद पंचायत जैजैपुर में अटैच होने वाले ग्राम पंचायत के सचिवों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। वहीं अब ग्राम पंचायतों में सचिव नहीं होने से काम प्रभावित होने लगा है। जिन ग्राम पंचायतों के सचिवों को किसी न किसी कारणवश अटैच किया है उनके स्थान पर ग्राम पंचायतों में दूसरे पंचायत के सचिव को प्रभारी बनाकर कार्य कराया जा रहा है।
4 AUGUST 2022 जांजगीर चांपा : जनपद पंचायत जैजैपुर में अटैच होने वाले ग्राम पंचायत के सचिवों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। वहीं अब ग्राम पंचायतों में सचिव नहीं होने से काम प्रभावित होने लगा है। जिन ग्राम पंचायतों के सचिवों को किसी न किसी कारणवश अटैच किया है उनके स्थान पर ग्राम पंचायतों में दूसरे पंचायत के सचिव को प्रभारी बनाकर कार्य कराया जा रहा है। आलम यह है कि एक सचिव के पास तीन ग्राम पंचायत है। एक से अधिक ग्राम मिलने के कारण पंचायत सचिव अपने ग्राम पंचायत में पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे है।
जनपद पंचायत जैजैपुर में 78 ग्राम पंचायत हैं॥ लेकिन इनमें से आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सचिव किसी न किसी कारणवश मुख्यालय अटैच किया गया है। इन सचिवों को अटैच अवधि के दौरान जनपद पंचायत को मुख्यालय बनाया गया है।
अब यह सचिव मुख्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं जिन ग्राम पंचायतों के सचिव को अटैच किया गया वहां पर पास के ही अन्यत्र किसी ग्राम पंचायत के सचिव को प्रभार दिया जाना होता है ।लेकिन सीईओ अपने चहेते सचिवों को अतिरिक्त प्रभार दिए है
अब एक साथ तीन तीन ग्राम पंचायत संभालने में इन सचिवों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है । वहीं ग्रामीणों को भी पंचायत के कार्य शुलभ नहीं हो पा रहे हैं।
आलम तो यह है कि एक पंचायत का सचिव ऐसा है जो कि एक साथ तीन ग्राम पंचायत भी संभाल रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से ग्राम पंचायत के सचिव कार्य कर रहे होंगे।
ग्राम पंचायतों के सचिवों को जनपद मुख्यालय में अटैच करने से जहां ग्राम पंचायत में प्रभारी सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं अब कई सचिव ऐसे हैं जो करीब दो साल से भी लगातार अटैच है। वहीं कई पंचायत सचिव ऐसे हैं जो एक साल एवं छह से चार माह तक सचिव जनपद मुख्यालय में अटैच है।
ये सचिव अभी अटैच है मुख्यालय में
जनपद पंचायत मुख्यालय में अटैच होने वाले पंचायत सचिवों में ग्राम पंचायत ठठारी भी शामिल है। वे ग्राम पंचायत के रहते अटैच हुए हैं। वे करीब एक या दो माह से अटैच है। उसके अलावा अनेको ग्राम सचिव कई महीनों से अटैच है।
शिकायत के आधार पर कईयों को अटैच का बहाना
जानकारी के मुताबिक जनपद मुख्यालय में अटैच सचिवों में कई पंचायत सचिव को शिकायत के आधार पर अटैच किया गया है तो वहीं कई पंचायत सचिवों को ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा लिखित में दिए जाने के बाद अटैच किया गया है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इन अटैच होने वाले ग्राम पंचायत के सचिव मुख्यालय में ही सेवा दे रहे हैं।
जिन ग्राम पंचायतों में प्रभारी सचिव हैं उन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों का कहना है कि पूर्णकालिक सचिव के नहीं रहने से कामकाज तेजी से नहीं हो रहा हैं। वहीं जिन सचिवों का अटैच हुआ है उनके खिलाफ जांच प्रक्रिया पूरी की जाए और उचित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा जिन सचिवों का अटैच बिना किसी कारणवश किया गया है उनको वापस मिलता है। उनके पंचायतों में भेजे जाए। जिससे कि पंचायत में सचिव अपनी सेवा दे सके।
इन ग्राम पंचायतों का जिम्मा प्राभारी सचिव के हवाले
जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत जैजैपुर में अनेको ग्राम पंचायतों में पूर्णकालिक पंचायत सचिव नही है। इनमे ठठारी,अकलसरा सहित अनेको पंचायत शामिल है।