रायपुर मेडिकल कॉलेज में BASLP के प्रवेश शुरू:ऑडियोलॉजी एंड स्पीच लैंग्वेज पैथॉलोजी में 20 सीटें; 20 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन
रायपुर की पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी एंड स्पीच लैंग्वेज पैथॉलोजी (BASLP) पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। नाक, कान और गला रोग विभाग के तहत संचालित इस स्व-वित्त पोषित पाठ्यक्रम में 20 सीटों पर प्रवेश होना है। इसके लिए 20 अगस्त तक आवेदन किए जा सकते हैं।
कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक, इस पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए विभाग की वेबसाइट https://raipurbaslp.org/ से आवेदन पत्र डाउनलोड किया जा सकता है। वेबसाइट पर उपलब्ध फार्म को डाउनलोड करने के बाद पूरा भरकर डिमांड ड्राफ्ट के साथ ENT डिपार्टमेंट, कक्ष क्रमांक 244, सेकंड फ्लोर, डाॅ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर, छत्तीसगढ़ के पते पर भेजना होगा।
आवेदन का शुल्क सामान्य वर्ग के लिए 600 रुपए और आरक्षित वर्ग के लिए 350 रुपए निर्धारित की गई है। आवेदन पत्र को स्पीड पोस्ट/रजिस्टर्ड पोस्ट/ सामान्य डाक से भेजा जा सकता है। लेट फीस के साथ 22 अगस्त तक फार्म जमा किया जा सकता है। मेरिट लिस्ट जारी करने की तिथि 27 अगस्त है।
मेरिट लिस्ट के प्रकाशन बाद 03 सितंबर तक दावा-आपत्ति किया जा सकता है। प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया सोमवार 7 सितंबर से शुरू होगी। दाखिले से संबंधित अधिक जानकारी के लिए फोन नंबर 07712890137 पर कार्यालयीन समय में सम्पर्क किया जा सकता है।
दाखिले के लिए 12वीं में साइंस होना अनिवार्य
यह चार वर्ष का पैरामेडिकल कोर्स है। इस पाठ्यक्रम को भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI) से मान्यता प्राप्त है। यह एक रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम है। प्रवेश के लिए कम से कम 50% अंकों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। 12वीं में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान के साथ जीव विज्ञान, गणित, कंप्यूटर साइंस, स्टेटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, साइकोलॉजी में से कोई एक विषय की पढ़ाई अनिवार्य है।
20 सीटों पर हर साल होता है दाखिला
यह पाठ्यक्रम 2006-07 से संचालित है। इसमें 20 सीटें हैं। उनमें 9 सीटें सामान्य हैं। 6 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और दो सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं तीन सीटों पर केवल अन्य पिछड़ा वर्ग के व्यक्ति का प्रवेश तय है।
पढ़ाई के बाद यहां मिल सकता है काम
बताया जा रहा है, बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी एंड स्पीच लैंग्वेज पैथॉलोजी पूर्णकालिक है। इसकी पढ़ाई के बाद सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं, निजी अस्पतालों, बाल विकास केन्द्रों, पुनर्वास केन्द्रों पर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।