बरसात में लोगों के लिए मुसीबत बन गए सड़क के गड्ढे, हो रहे हैं हादसे, जिम्मेदार बेखबर
सक्ति/ नवीन जिला शक्ति के अंतर्गत ग्राम पंचायत नंदेली से बोईरडीह – टेमर फाटक तक बरसात में बारिश होने की वजह से खस्ताहाल सड़कों पर चलना दूभर हो गया हैं, ऐसा नहीं है कि यहां के जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी नहीं है। हर दिन इन मार्गों से अधिकारी और जनप्रतिनिधि गुजरते हैं लेकिन न तो अफसर पहल कर रहे हैं और न ही जनता के नामुइंदे सामने आ रहे हैं।
बरसात के समय गड्ढे में पानी भर जाने के वजह से आने जाने वाले मुसाफिरों को दिक्कत का भारी सामना करना पड़ता है।
नंदेली से बोईरडीह – टेमर फाटक तक बाईपास सड़क है, बरसात के समय कीचड़ का दिक्कत, बरसात के बाद धूल धक्कड़ का दिक्कत, यहां से पढ़ने लिखने वाले छोटे-छोटे बच्चों को परेशानी का सामना कर विद्यालय जाना पकड़ता है गड्डों के चलते कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है। यहां से तो स्कूली बच्चों और आम राहगीरों को गड्ढे में से ही निकलना पड़ता है जो कभी भी दुर्घटना को बुलावा दे सकती है।
ग्राम नंदेली से बोईरडीह – टेमर फाटक के ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क पहले डामरीकरण था जो तकरीबन कई सालों से आज तक बन नहीं पाया, सड़क को लेकर ग्रामीण बहुत परेशान है, अगर यही हाल रहा तो सड़क को लेकर ग्रामीण बड़ी आंदोलन कर सकते हैं!
बारिश के समय सड़क के गड्ढों में पानी भरा रहने के कारण यह पता नहीं चलता है कि गड्ढों की गहराई कितनी है, जैसे ही कोई तेज रफ्तार वाहन चालक गड्ढों से होकर निकलता है तो अचानक वाहन का पहिया गड्ढे से चालक अनियंत्रित हो जाता है और हादसे का शिकार हो जाता है। लेकिन शासन प्रशासन को इन ग्रामीणों की समस्या से काेई लेना देना नहीं!
लोगों का कहना है कि बारिश होने के बाद छोटे गड्ढों में पानी भरने के कारण गड्ढे का आकर बढ़ता जा रहा है। अधिकांश गड्ढों दो से तीन फीट चौड़ाई व आधा फीट गहरा हो चुके हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि ख़बर प्रकाशन होने के बाद शासन प्रशासन क्या कार्यवाही करती हैं।