ज्यादा पैसे कमाने का लालच:मोबाइल दुकानों में काम करने वाले युवक सट्टे के लिए एजेंट बनकर दुबई सेटल हो रहे
छत्तीसगढ़ के ऑनलाइन सट्टे का दुबई में नेटवर्क खड़ा हो गया है। दुर्ग के दो खाइवाल सौरभ और रवि दुबई में सेटल होकर वहां के बड़े बुकी बन गए हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा देश के बाकी राज्यों से कटिंग लेने के लिए वे यहीं से एजेंट ले जा रहे हैं। चार-पांच महीनों में बेहद गोपनीय तरीके से उन्होंने रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग के 200 से ज्यादा लड़कों को दुबई बुलवा लिया है। उन्हें वहां एक-एक लाख का पैकेज दिया जा रहा है। पुलिस को खुफिया इनपुट मिलने के बाद खामोशी से पूरे रैकेट की तहकीकात की जा रही है।
जयस्तंभ चौक और जीई रोड पर स्थित दो मार्केट में काम करने वाले एक दर्जन से ज्यादा लड़के अचानक काम छोड़कर गायब हैं। सभी लड़के मोबाइल दुकानों में काम करने के साथ ऑनलाइन सट्टा लगाया करते थे। सट्टा लगाते-लगाते वे दुर्ग के खाइवालों के एजेंट बनें और यहां रायपुर में कटिंग लेने लगे। रायपुर पुलिस ने खाइवालों पर शिकंजा कसा तो दोनों फरार हो गए।
आईपीएल सीजन में 100 करोड़ का खेल
दुबई से गैंग ऑपरेट करने वाले खाइवालों ने इस आईपीएल सीजन में 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है। सूत्रों के अनुसार राज्य के अलग-अलग शहरों में अपना जाल फैलाने के लिए खाइवालों ने 1200 युवकों को ऑनलाइन गेम लेने की ट्रेनिंग दिलवायी है। इसमें से 200 लोगों को अलग-अलग समय में दुबई बुलवाया गया था।
पिछले साल 7 जुलाई को फूटा था रैकेट
रैकेट का भांडा 7 जुलाई 2021 को पंडरी तरुण नगर के मकान में छापे के साथ फूटा था। महादेव बुकी के लिए काम करने वाले 18 एजेंटों को गिरफ्तार किया गया। इसमें 14 युवक बिहार के थे, जो 20-25 हजार वेतन पर कटिंग लेने का काम करते थे। पकड़े गए बाकी रायपुर-दुर्ग के युवक थे। इनसे 34 मोबाइल, कंप्यूटर और 20 से ज्यादा बैंक खाते मिले थे।
क्रिकेट से चालू की कटिंग, अब ऑनलाइन गेम में भी दांव
महादेव बुक ऑनलाइन नेटवर्किंग पर चल रहा है। क्रिकेट मैच से खाइवालों ने गेम लेना शुरू किया। उसके बाद फुटबॉल, हॉकी और बैडमिंटन तक सभी खेलों में दांव लेने लगे। अब उन्होंने मोबाइल पर ऑनलाइन गेम शुरू कर दिया है। इसके लिए हैदराबाद और पुणे में ट्रेनिंग लेकर एप तैयार किया। इस तरह खुद का डिजिटल प्लेटफार्म खड़ा कर लिया है। उसी से एक जगह बैठकर पूरा रैकेट ऑपरेट कर रहे हैं।
लाइव मैच में बेच रहे आईडी : पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपी लाइव मैच एप के माध्यम से आईडी बेचते हैं। उसमें महादेव बुकी का विज्ञापन आता है, जिसमें उनका नंबर दिया जाता है। उन नंबर पर मैसेज करने पर पूरा डिटेल आता है।