मेरे बेटे का अपमान किया…’, अश्विन के रिटायरमेंट पर पिता भड़के, सुनाई खरी-खरी
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है . उनके इस फैसले पर उनके पिता रविचंद्रन ने कहा है कि ये बेहद चौंकाने वाला है. वो चाहते थे कि उनका बेटा देश की सीनियर टीम के साथ खेलना जारी रखे. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि आर अश्विन को अपमानित किया गया. और यही उनके अचानक से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की वजह बना. हालांकि, उन्होंने इस आरोप के बारे में विस्तार से नहीं बताया.
आर अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच में ही संन्यास की घोषणा की है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट 18 दिसंबर, बुधवार को ब्रिस्बेन में ख़त्म हुआ. और इसके तुरंत बाद आर अश्विन ने संन्यास लेने की घोषणा कर दी. इसके अश्विन वापस भारत लौट आए हैं. 19 दिसंबर की सुबह वो चेन्नई पहुंचे.
अश्विन के पिता रविचंद्रन ने कहा, ‘मुझे अश्विन के रिटायरमेंट के बारे में आखिरी समय में पता चला.’ उन्होंने आगे कहा, “रिटायरमेंट का फैसला लेना उनकी इच्छा है. मैं उसमें कोई दख़ल नहीं दे सकता. लेकिन, जिस तरह से उन्होंने ये फैसला लिया है. उसके पीछे कई वजह हो सकती हैं. और उन वजहों में अपमानित महसूस होना भी एक कारण हो सकता है.”
इंडिया टुडे में छपी ख़बर के मुताबिक़ जब उनसे पूछा गया कि अश्विन के अचानक से लिए इस फैसले को सुनकर परिवार के लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी? क्या ये उनके लिए भावुक करने वाला था? इसके जवाब में उनके पिता ने कहा
“बेशक़ ये एक इमोशनल मोमेंट था. वो पिछले 15 साल से क्रिकेट के मैदान पर थे. और इस तरह अचानक से संन्यास का फैसला लेना, हमारे लिए काफ़ी चौंकाने वाला था. लेकिन, हम ये भी जान रहे थे कि उन्हें लंबे समय से अपमान का सामना करना पड़ रहा है. और इसकी वजह से अश्विन कभी भी क्रिकेट छोड़ने का फैसला ले सकते हैं. आखिर वो कब तक इन चीजों को बर्दाश्त कर सकते थे? शायद इसलिए उन्होंने अकेले ही यह फैसला ले लिया.”
अपने पिता के बयान पर आर अश्विन की भी प्रतिक्रिया सामने आई है . उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा,
“मेरे पिता मीडिया से बातचीत करने में माहिर नहीं हैं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप पिता से बयान लेने की मशहूर परंपरा का पालन करेंगे. मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि मेरे पिता को माफ कर दें और उन्हें अकेला छोड़ दें.”
अश्विन के पिता ख़ुद एक क्रिकेटर रह चुके हैं. उन्होंने तेज़ गेंदबाज के तौर पर क्लब क्रिकेट खेला है. अश्विन को भी उनके पिता ने ही क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया.