भूतेश्वरनाथ महादेव में उमड़े श्रद्धालु:मनोहारी वेशभूषा में कांवड़ियों ने भगवान भोलेनाथ का किया जलाभिषेक, विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के नाम से विख्यात
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में भूतेश्वरनाथ महादेव में आज सावन के अंतिम सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। ऐसा माना जाता है कि भूतेश्वरनाथ महादेव स्वयंभू हैं, यानी यहां खुद से प्रकट हुए हैं। आज कांवड़ियों का हुजूम भी भूतेश्वरनाथ महादेव पर जलाभिषेक के लिए उमड़ा। प्राकृतिक रूप से निर्मित शिवलिंग की आकृति और ऊंचाई निरंतर बढ़ती जा रही है। श्रद्धालु बताते हैं कि हर साल यह ऊपर की ओर बढ़ रहा है।
रिमझिम बारिश के बीच पहुंचे श्रद्धालु
अलग-अलग वेशभूषा धारण किए कांवड़ियों ने बताया कि वे 100 किलोमीटर की दूरी से भी अधिक पैदल यात्रा कर यहां पहुंचे हैं। कांवड़िये अलग-अलग जत्थों में डीजे की धुन पर थिरकते हुए रिमझिम बारिश के बीच भोलेनाथ के संगीत से सराबोर होकर अपने प्रभु के दर्शन करने पहुंचे।
जगह-जगह हुआ भंडारे का आयोजन
आज विभिन्न जगहों पर भंडारे का भी आयोजन किया गया। भक्तों को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए पुलिस अधीक्षक जेआर ठाकुर और अनुविभागिय अधिकारी पुष्पेंद्र नायक ने खुद कमान संभाली।
दुनिया का विशाल प्राकृतिक शिवलिंग
भूतेश्वरनाथ महादेव का ये शिवलिंग गरियाबंद जिले से 3 किलोमीटर दूर मरौदा गांव में है. ये इलाका वनों से आच्छादित है। इसे जिला प्रशासन विश्व का सबसे विशाल प्राकृतिक शिवलिंग बताता है. भूतेश्वर महादेव के शिवलिंग की जमीन से ऊंचाई 75 फीट है. यहां के लोग बताते हैं कि पहले इस शिवलिंग की ऊंचाई कम थी, लेकिन अब हर साल बढ़ती जा रही है। लोगों की मान्यता है कि यहां जो भी सच्चे हृदय से मांगा जाए, वो मनोकामना जरूर पूरी होती है।