बस्तर में भी मंकी पाॅक्स की दस्तक की आंशका:सीआईएसएफ के दो जवानों में मंकीपॉक्स के लक्षण, मेडिकल कॉलेज में किया गया भर्ती
बस्तर में भी मंकी पाॅक्स की दस्तक की आंशका बनी हुई है। आशंका है कि दंतेवाड़ा जिले के बचेली में तैनात सीआईएसएफ के दो जवान इसके शिकार हो गए हैं जवानों को मंकी पाॅक्स के लक्षण उभरने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। दोनों जवान रविवार को हॉस्पिटल पहुंचे थे। इसके बाद डाॅक्टरों ने इनकी जांच की तो डाॅक्टर चौंक गए। इनके शरीर पर मंकी पाॅक्स के लक्षण जैसे चट्टेदार दाने उभर गए थे। चूंकि अभी मंकी पाॅक्स को लेकर प्रशासन सतर्कता बरत रहा है ऐसे में डाॅक्टरों ने तत्काल दोनों जवानों की ट्रेवल हिस्ट्री पूछी।
इसके बाद एक जवान ने बताया कि वह हाल ही में दिल्ली से लौटा है जबकि दूसरा जवान बचेली में ही था और कहीं बाहर नहीं गया था जैसे ही डाॅक्टरों को जवान की ट्रेवल हिस्ट्री पता चली तो फिर इनके मंकी पाॅक्स की जांच करवाने का फैसला लिया गया और दोनों जवानों के नमूनों को पुणे स्थित लैब में जांच के लिए भेजा गया है। मेडिकल कॉलेज के डाॅक्टर नवीन दुल्हानी ने बताया कि दो जवान हॉस्पिटल में भर्ती हुए हैं। इनके शरीर में दाने निकल गए हैं । दानों में लिमफोल्ड नहीं है, लेकिन लक्षण मंकी पाॅक्स जैसे हैं।
सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया
डाॅक्टर नवीन ने बताया कि राहत की बात यह है कि अभी दोनों जवानों के पैर के तलवों और हथेली में दाने नहीं उभरे हैं सबसे ज्यादा दाने इनके सीने और पेट के पास ही मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि इनके सैंपल की जांच के लिए पुणे लैब भेजा गया है वहां से दो दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी इसके बाद स्थिति साफ होगी की जवान कौन से बीमारी की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है मंकी पाॅक्स सहित अन्य सभी बीमारियों का इलाज संभव है बस लोगों को इस तरह की बीमारियों से बचाव के लिए उपाय करना है।
गौरतलब है कि मंकीपाॅक्स के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने हिदायतें जारी की हैं, जिसके मुताबिक जिन लोगों में मंकीपाॅक्स के लक्षण दिखाई दें, उसकी सूचना अपने राज्य व यूटी के स्वास्थ्य विभाग को देने और ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है।