इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. चंदेल ने ली कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक
जिले के किसानों की आय में वृद्धि के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक कार्ययोजना बनाकर करेंगे कार्य
Chhattisgarh.Co महासमुंद 9 अगस्त 2022 : भलेसर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में महासमुंद कृषि विज्ञान केन्द्र के साथ-साथ रायपुर एवं दुर्ग कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक 8 अगस्त को की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, अध्यक्षता निलेश कुमार क्षीरसागर ने की। अतिथियों ने कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर में नवनिर्मित पैरा मशरूम इकाई एवं बीज प्रक्रिया केन्द्र इकाई का विधिवत उद्घाटन किया, इसके उपरांत प्रक्षेत्र में स्थित सभी इकाइयों, फसलों का अवलोकन एवं वृक्षारोपण का कार्य किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक शुरू की गई। जिसमें तीनों कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने अपने-अपने केंद्र के गत वर्ष के परिणाम तथा वर्तमान खरीफ एवं आगामी रबी एवं जायद फसलों के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत किया। इस पर उपस्थित सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव दिए, जिसे कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा अपनी-अपनी कार्ययोजना मे शामिल करने के लिए आश्वस्त किया।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, राज्य शासन, केन्द्र शासन एवं बीज निगम के साथ मिलकर एक बड़ी योजना लाने की तैयारी में हैं। जिससे प्रदेश केे किसानों को अपने उत्पाद का विक्रय करने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्रों में बीज प्रक्रिया इकाई शुरू कराने के लिए आश्वस्त किया। जिसमें विशेषकर दलहनी एवं तिलहनी फसलों का बीज तैयार कराकर प्रत्येक जिले के किसानों की मांग के अनुसार विश्वविद्यालय के इंदिरा ब्रांड के नाम से सभी फसलों के बीज आसानी से उपलब्ध कराया जा सके। कुलपति डॉ. चंदेल ने कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर की गतिविधियों एवं संचालित विभिन्न इकाइयों का अवलोकन कर सराहना की एवं किसानोपयोगी और कार्य करने के दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर में कृषकों के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यों एवं संचालित विभिन्न इकाइयों की सराहना की। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर की प्रबंध मंडल की सदस्य वल्लरी चन्द्राकर ने किसानों के हित के लिए सुझाव दिए एवं हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया।
विस्तार सेवाएं के निदेशक डॉ. पी.के. चन्द्राकर ने सभी सदस्यों के दिए गए सुझावों को कार्ययोजना में शामिल करने के लिए तीनों केन्द्रों को निर्देशित किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक, कांपा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र के अधिष्ठाता डॉ. अनुराग, कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा, दुर्ग के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. विजय जैन, कृषि विज्ञान केन्द्र, भलेसर महासमुंद के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. एस. के. वर्मा, कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. एस.एस. चन्द्रवंशी के साथ-साथ तीनों जिलों के प्रगतिशील कृषक, महिला कृषक एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। इसके अलावा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय निदेशक विस्तार सेवायें के वरिष्ठ वैज्ञानिक दीप्ति झा, ज्योति भट्ट, कृषि विभाग के प्रभारी उप संचालक अमित मोहंती, पशु चिकित्सा एवं सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, कृषि वैज्ञानिक डॉ. साकेत दुबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।